चतरा, नवम्बर 4 -- चतरा प्रतिनिधि झारखंड के चतरा सहित अधिकांश प्रखंडों में खेल प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। गांव-गांव में ऐसे होनहार खिलाड़ी हैं जो राज्य और देश का नाम रोशन करने की क्षमता रखते हैं। लेकिन सुविधाओं के अभाव में उनकी प्रतिभा दम तोड़ रही है। कई प्रखंडों में आज भी एक अदद खेल मैदान तक उपलब्ध नहीं है। जहां मैदान है, वहां झाड़ियां, गंदगी और अतिक्रमण ने उसे अनुपयोगी बना दिया है। चतरा जिले में खिलाड़ियों की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। स्थानीय खिलाड़ियों का कहना है कि बुनियादी खेल सुविधाओं, प्रशिक्षकों और संसाधनों की कमी के कारण वे अपने सपनों को साकार नहीं कर पा रहे हैं। खेल प्रशिक्षकों की नियुक्ति न होने से बच्चों को उचित दिशा नहीं मिल पा रही है। प्रशिक्षण केंद्रों का अभाव खेल के विकास में बड़ी बाधा बन गया है। बारिश के दिनों में तो खिलाड़ि...