चतरा, नवम्बर 23 -- चतरा प्रतिनिधि धनकटनी शुरू होते ही जिले में बिचौलिये सक्रिय हो गये हैं। धान की खरीदारी के लिए बिचौलिया किसानों से संपर्क करना शुरू कर दिए हैं और धान की खरीदारी भी करने लगे हैं। किसान इन बिचौलियो की बातों में फंस कर अपना धान बिचौलियों के हाथों बेचने लगे हैं। बिचौलिया के पास धान बेचने पर किसानों को काफी नुकसान सहना पड़ रहा है। क्योंकि जो सरकारी दर है उससे काफी कम दाम पर बिचौलिया धान खरीदते हैं। देवरिया पंचायत के विश्वनाथ दुबे ने बताया कि पैक्स में धान बेचने पर पैसा तुरंत नहीं मिलता है। पैसा लेने के लिए साल भर इंतजार करना पड़ता है। कभी-कभी तो एक साल बीत जाने के बाद भी किसानों को पैसा नहीं मिलता है। जिस कारण किसान सरकारी दर से कम दाम पर ही स्थानीय धन व्यवसायी या बिचौलियों के पास अपना धान बेचते हैं। जिला में 11,141 किसान निबंध...