भागलपुर, नवम्बर 4 -- भागलपुर, कार्यालय संवाददाता। राज्यभर में हुई चक्रवाती बारिश के बाद धान में फॉल्स स्मट (कोलिया/लक्ष्मीनिया रोग) रोग का खतरा बढ़ गया है। यह रोग किसानों के लिए अच्छा संदेश नहीं है। इस तरह का मौसम संक्रमण के लिए अनुकूल परिस्थिति बनाता है। वर्तमान में राज्य के अधिकांश जिलों में देर से रोपी गई धान की फसलें फूल निकलने, दुग्धावस्था और दाना भरने की अवस्था में हैं। यह अवस्था संक्रमण के लिए अत्यधिक संवेदनशील होती है। यह फफूंद परागण काल के दौरान बालियों पर संक्रमण कर दानों को पीले, नारंगी अथवा हरे-काले रंग के मखमली गोलों में परिवर्तित कर देती हैं। संक्रमण के पश्चात दाने भर नहीं पाते जिससे धान की उत्पादकता, गुणवत्ता और बाजार मूल्य में गिरावट होती है। बीएयू के वैज्ञानिकों ने बताया कि इस संक्रमण को कई तरीके से पहचान सकते हैं। संक्रम...
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