विकासनगर, सितम्बर 29 -- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष समारोह के तहत चकराता में स्वयं सेवकों ने पथ संचलन किया। शहरवासियों ने पुष्पवर्षा कर स्वंयसेवकों का स्वागत किया। बौद्धिक सत्र को संबोधित करते हुए आरएसएस के विद्यार्थी प्रचारक अंकुश ने संघ के सौ वर्षों की यात्रा की जानकारी दी और भविष्य में राष्ट्र और समाज के लिए संघ के संकल्प के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि भारत प्रारंभ से ही विश्व गुरु रहा है। संघ की नित्य शाखा से व्यक्ति का निर्माण होता है, व्यक्ति से समाज और समाज से स्वच्छ राष्ट्र का निर्माण होता है। देश पर जब-जब संकट आया है स्वयंसेवकों ने बढ़-चढ़कर समाज सेवा की है। संघ वर्ष में छह उत्सव मनाते आ रहा है, जिसमें शारदीय नवरात्र में मां आदिशक्ति का आह्वान और शस्त्र पूजन किया जाता है जो शक्ति की अधिष्ठात्री मानी जाती है। संघ क...