औरंगाबाद, सितम्बर 7 -- देव सूर्य मंदिर का कपाट रविवार दोपहर 12 बजे से बंद कर दिया गया। मंदिर प्रबंधन ने बताया कि रात्रि 9:57 बजे से चंद्र ग्रहण लगने के कारण सूतक काल प्रारंभ हो गया है। मुख्य पुजारी राजेश पाठक ने जानकारी दी कि ग्रहण से नौ घंटे पूर्व सूतक काल माना जाता है। इस दौरान देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना वर्जित होती है। इसी कारण श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के पट बंद कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि सोमवार सुबह 4 बजे पट खोला जाएगा। वैदिक मंत्रोच्चारण और विशेष पूजा-अर्चना के बाद मंदिर का गेट आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा। रविवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचे थे, लेकिन सूतक शुरू होने से पूर्व ही उन्हें दर्शन कर बाहर जाना पड़ा। अन्य मंदिरों में भी कपाट को बंद कर दिया गया। आचार्य ने बताया कि सूतक काल शुरू होने की वजह से मंदि...