मुंगेर, सितम्बर 8 -- मुंगेर, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। चंद्रग्रहण को लेकर रविवार को दोपहर बाद सूतक शुरू होने से पहले ही शहर के मंदिरों में पूजाकर कपाट बंद कर दिए गये। इस दौरान न पूजा हुए और न ही संध्या आरती हुई। बड़ा महावीर स्थान, दशभुजी स्थान सहित शहर के मंदिरों के कपाट सूतक शुरू होने से पहले बंद कर दिए गये। घरों में भी लोगों ने सूतक काल शुरू होने से पहले पूजाघरों को बंद कर दिया। चंद्रग्रहण के बाद सोमवार की सुबह मंदिरों एवं पूजाघरों की सफाई एवं भगवान को स्नान कराने के बाद पूजा की जाएगी। पंडित कौशल किशोर पाठक ने बताया कि चंद्रग्रहण रविवार की रात्रि 9 बजकर 58 मिनट से शुरू होकर रात्रि 1 बजकर 26 मिनट पर समाप्त होगा। चंद्रग्रहण का सूतक 9 घंटे पहले दोपहर 12 बजकर 56 मिनट से शुरू हो गया। सूतक काल से लेकर ग्रहण तक पूजा-पाठ की मनाहीं रहती है।

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