वाराणसी, सितम्बर 7 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। चंद्रग्रहण पर रविवार को हजारों लोगों ने गंगा में डुबकी लगाई। काफी लोग ऐसे भी रही तो ग्रहण के स्पर्श, मध्य और मोक्ष तीनों कालों में गंगास्नान किया। हालांकि गंगा में बढ़ाव के कारण उन्हें दिक्कतें भी पेश आईं। आसपास के जिलों से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भी इस बार कम रही। इसके अलावा काफी आस्थावानों ने घरों में ही ग्रहण काल के नियमों का पालन किया। सूतक काल से ही प्रभु आराधना में जुटे रहे। ग्रहण के सूतक काल से पूर्व ही बहुतायत घरों में भोजन आदि कर लिये गए। भगवान की सेवा भी की गई। खाद्य सामग्रियों की पवित्रता के मद्देनजर उनमें तुलती की पत्ती अथवा कुश डाल दिये गए। सनातनियों ने अपने घरों में स्थित मंदिरों अथवा देवस्थानों के दरवाजे बंद कर दिये थे। उधर गंगा में बढ़ाव के मद्देनजर सुरक्षा की दृष्टि स...