बोकारो, अप्रैल 26 -- केरल की आशा कार्यकर्ताओं का विरोध सिर्फ़ उचित वेतन की लड़ाई नहीं है, बल्कि सम्मान और सामाजिक न्याय की मांग है। सरकार उनके अमूल्य योगदान को पहचाने और उनकी जायज़ मांगों को पूरा करे। उक्त बातें आशा कार्यकर्ता तारा बनर्जी ने बरमसिया में आयोजित रैली में कही। उन्होंने कहा कि केरल में मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ताओं का विरोध अब अपने 75 वें दिन में प्रवेश कर चुका है। कार्यकर्ता तिरुवनंतपुरम में सचिवालय के सामने डेरा डाले हुए हैं। अपने मानदेय में पर्याप्त वृद्धि की मांग कर रहे हैं। रैली बैंक ऑफ बरमसिया के समिप सभा में तब्दील हुई। सभा का अध्यक्षता तारा बनर्जी व संचालन नुनी वाला उरांव ने की। तारा बनर्जी ने कही की केरल में आशा कार्यकर्ताओं की मांग जायज है। सरकार उनकी मांगों को अविलम्ब पुरा करें। मौक...