बगहा, जुलाई 5 -- कभी शान की सवारी रही बग्गी और तांगा आज धीरे-धीरे बाजार से आउटडेटेड होते जा रहा है। इसका असर तांगा चालकों पर और घोड़े पर भी देखने को मिल रहा है। कई तांगा चालकों ने तांगा चलाना छोड़ दिया तो घोड़े शहर में आवारा घूम रहे हैं। इन घोड़ों के शिकार कई लोग हो चुके हैं। घोड़े ने एक महिला को भी मार डाला था। इसके बाद आवारा घोड़े को पकड़ने के लिए जिला प्रशासन को मशक्कत करनी पड़ी थी। तांगा चालकों का कहना है कि घोड़े से कमाई कम होने व दाना महंगा होने के कारण हम खुद क्या खाएंगे और घोड़े को क्या खिलाएंगे। दिनभर घूमने के बाद भी 100 रुपये की कमाई भी नहीं हो पाती है। ऐसे में हम अपना घर नहीं चला पाते हैं। तब घोड़े को दाना कहां से खिलाएंगे। तांगा चालक डोमाराम बताते हैं कि पहले जितना दिन भर में रिक्शावाला कमाता था उतना हम भी कमाते थे। आज ऐसी स्थ...