लखनऊ, मई 27 -- लखनऊ, कार्यालय संवाददाता आंखों के सामने सड़क हादसा होने की स्थिति में चालक भागें नहीं। बल्कि पास पहुंचकर घायल की चोट की गंभीरता और लक्षण देखकर फौरन नजदीकी अस्पताल पहुंचाएं। सड़क हादसों से होने वाली करीब 40 फीसदी मौतों को रोका जा सकता है। यह जानकारी मेदांता अस्पताल के इमरजेंसी मेडिसिन और ट्रामा केयर के प्रभारी डॉ.लोकेन्द्र गुप्ता ने मंगलवार को अस्पताल परिसर में आयोजित कार्यशाला में दी। चालकों को घायल के रक्तस्राव रोकने, प्रारंभिक उपचार और और सीपीआर देने के तरीके बताए। सोसाइटी ऑफ एक्यूट केयर ट्रॉमा एंड इमरजेंसी मेडिसिन के(सक्टेम) और रैपिडो की ओर से लखनऊ समेत देश के 16 शहरों में एक हजार से अधिक बाइक व कार चालकों को जीवन रक्षक आपातकालीन कौशल का प्रशिक्षण दिया गया। चालक निडर होकर घायलों की करें मदद करें डॉ. लोकेंद्र गुप्ता ने बत...
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