जमशेदपुर, नवम्बर 17 -- घाघीडीह केंद्रीय कारा में रविवार को जेल अदालत सह चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। इसमें न्यायिक प्रक्रिया से लेकर बंदियों के स्वास्थ्य परीक्षण तक कई गतिविधियां संचालित की गईं। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी विशाल गौरव ने जेल अदालत में एक मामले की सुनवाई की। सुनवाई के दौरान आरोपी मो. शकील ने स्वेच्छा से जुर्म कबूल किया। इसके बाद अदालत ने जेल में बिताई अवधि को सजा में समायोजित करते हुए उनकी रिहाई का आदेश दिया। इस दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव धर्मेंद्र कुमार और एलएडीसी अभिनव भी मौजूद रहे। सुनवाई से पहले न्यायिक दंडाधिकारी ने विभिन्न बैरकों में जाकर बंदियों से मुलाकात की। उन्होंने बंदियों से रहन-सहन, भोजन व्यवस्था, न्यायिक सहायता, केस से जुड़ी जानकारी और परिवार से संपर्क जैसी समस्याओं के बारे में पूछा। न्यायाधीश न...