कानपुर, नवम्बर 7 -- 'मैं अपनी जिंदगी से परेशान हो गया हूं। किसी का कोई दोष नहीं है। घर वाले खुश रहें, मरने के बाद मैं भी खुश रहूंगा'। सुसाइड नोट में ये बातें लिखने के बाद नीट की तैयारी कर रहे छात्र ने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। छात्र रामपुर जिले के मिलख भवरका गांव का रहने वाला था। मिलख भवरका निवासी मोहम्मद ओआन का 20 वर्षीय बेटा नजीर अहमद रावतपुर के हितकारी नगर स्थित हॉस्टल में रहता था। रूम पार्टनर इमदाद हसन ने बताया कि शुक्रवार दोपहर वह मोबाइल को रूम में छोड़कर नमाज पढ़ने गया था। वापस लौटा, तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। कई बार आवाज लगाने के बाद भी कोई जवाब नहीं आया तो हॉस्टल के अन्य छात्रों ने नजीर को फोन किया, तब भी कोई जवाब नहीं मिला। इस पर दूसरी मंजिल पर रह रहे छात्रों ने छत के जाल से रोशनदान में झांका तो नजीर क...
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