नई दिल्ली, अक्टूबर 17 -- वुमन हेल्थ बुलेटिन के ताजा संस्करण में प्रकाशित एक खबर के अनुसार घर के बीमार सदस्यों की तामीरदारी करने वाली महिलाओं की खुद सेहत नासाज होने की आशंका 43 प्रतिशत तक बढ़ जाती है। जाहिर है, दूसरों की सेहत की देखभाल में खुद को झोंक देने वाली महिलाएं अपनी सेहत को नजरंदाज कर देती हैं। कई बार इसका असर पांच से दस साल बाद नजर आता है। इस खबर के मुताबिक विकासशील देशों में रहने वाली लगभग 42 प्रतिशत महिलाएं परिवार में केयर गिवर का काम करती हैं और उनकी देखभाल के लिए कोई नहीं होता। मनोचिकित्सक यही सलाह देते हैं कि मरीजों की देखरेख में से समय निकालकर महिलाओं को अपनी मानसिक और शारीरिक सेहत संभालना चाहिए, ताकि भविष्य में उन्हें कम से कम नुकसान पहुंच सके।क्यों बढ़ रही है महिलाओं में पीठ दर्द की शिकायत? पीठ के निचले हिस्से के दर्द से आ...