गाज़ियाबाद, सितम्बर 21 -- गाजियाबाद। शारदीय नवरात्र सोमवार से शुरू होकर एक अक्तूबर तक रहेंगे। इस बार मां भगवती हाथी पर सवार होकर पधारेंगी। मंदिर और घरों में इसकी तैयारी पूरी हो गई है। सुबह साढ़े सात बजे से नौ बजे तक राहु काल की वजह से कलश स्थापना नहीं करनी है। नौ बजे के बाद कलश स्थापना की जा सकती है। ज्योतिषाचार्य पं. शिवकुमार शर्मा ने बताया कि वृश्चिक लग्न (स्थिर लग्न) नौ बजे से 10:45 तक और अभिजीत मुहूर्त 11:36 बजे से 12 :24 बजे तक रहेगा। यदि दोनों मुहूर्तों में घट स्थापना न हो सके तो 14:29 से 15:57 बजे तक कुंभ लग्न (स्थिर लग्न) में घट स्थापना कर सकते हैं। इस बार मां भगवती हाथी पर सवार होकर पधारेंगी, जिसे सुख-समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक माना जाता है। नवरात्र के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना के साथ कलश स्थापना की जाएगी। घर-घर में...