मयंक वाजपेयी, फरवरी 16 -- अब घने जंगलों और खेतों के बीच छिपकर बैठे बाघ, तेंदुओं और हाथियों की तलाश के लिए दुधवा में इंफ्रा रेड कैमरों का इस्तेमाल होगा। इस हाईटेक कैमरों की मदद से रात के अंधेरे में भी वन्यजीवों को उनके शरीर के तापमान से पहचान लिया जाएगा। इसके बाद उनको वापस ठिकाने पर पहुंचाने की कवायद होगी। दुधवा टाइगर रिजर्व के जंगलों से निकलकर बाघ, हाथी व तेंदुए अलग-अलग जगह ठिकाने बना रहे हैं। इंसानी बस्तियों के करीब जाकर ये वन्यजीव छोटे जंगलों, गन्ने के खेतों में छिप जाते हैं और इंसानों पर हमलावर भी हैं। अब तक वन विभाग स्टिल कैमरों के जरिए इनकी शिनाख्त करता था। पर उन कैमरों का दायरा कम था और वन्यजीवों की चहलकदमी ही उसमें दर्ज हो पा रही थी। रात के अंधेरे में तो वन विभाग इन वन्यजीवों के आगे बेबस साबित होता रहा है। इन हालातों में विभाग ने ह...
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