सिमडेगा, मार्च 23 -- सिमडेगा, जिला प्रतिनिधि। शहीद जवान किशोर बाड़ा की शहादत ने एक बार फिर जिले के लोगों को देश भक्ति के लिए प्रेरित किया। अपने पति के शहादत पर बिलख बिलख कर रो रही उनकी पत्नी शशिता बाड़ा और उनकी तीन बेटियों को देखकर हर किसी लोगों के आंखो से आसू गिर रहे थे। बड़ी बेटी अनिशा बाड़ा ने बताया कि घटना के दिन 20 मार्च को सुबह आठ बजे उनके पिता ने मां से फोन पर बात की थी। बेटी ने बताया कि पापा ने मां से फैमिली डिपेंटेंड कार्ड बनाने के लिए फोटो वगैरह भेजने को कहा था। पापा ने कहा कि था कि वे अभी थके हुए है और अभी सो रहे है। फ्री होकर रात में बात करुंगा। इसके बाद 20 मार्च की देर शाम को उनके शहीद होने की सूचना मिली। इधर शहीद की पत्नी ने बताया कि अंतिम बार उनके पति दिसम्बर क्रिसमस की छुटटी में घर आए थे और 20 जनवरी को वापस कश्मीर लौट गए थ...