जमुई, नवम्बर 22 -- झाझा, निज प्रतिनिधि। झाझा के कई गांव सब्जी उत्पादन में सूबे में अव्वल है। फिर भी इन दिनों सब्जियों की कीमतें आसमान छू रही हैं। कद्दू को छोड़ दें तो अन्य कोई भी सब्जियां खरीदारों के थैले में 60 रुपए किलो से कम में जाने को तैयार नहीं हैं। किसान और कारोबारियों का स्पष्ट जवाब, मांग अधिक और उपज कम के पेच में ग्राहकों की जेब पर 'महंगाई' की मार पड़ रही है। मुसीबत यह कि सस्ती सब्जियों के लिए आखिरी दिसंबर या फिर नये साल जनवरी तक इंतजार करना होगा। हद तो यह कि बढ़ी कीमतों का लाभ किसानों की जगह बिचौलियों को मिल रहा है। हद तो यह कि मंडी से खुदरा बाजार में आते ही सब्जियों की कीमत में प्रति किलो 20 से 30 रुपए तक का इजाफा हो रहा जा रहा है। खुदरा बाजार में बैगन 75-80 रुपया किलो है। जबकि, मंडी में थोक कारोबारी एक किलो बैगन का 55 से 60 रुपए ...