चतरा, जुलाई 12 -- कुंदा, प्रतिनिधि। प्रतापपुर प्रखंड मुख्यालय से महज़ आठ किलोमीटर पर एक गांव है। करिलगड़वा जहां 50 घरों में लगभग 300 लोग निवास करते हैं। दरअसल शुक्रवार को एक महिला कौशल्या देवी पति महेंद्र गंझू प्रसव पीड़ा से तड़पती रही, लेकिन नदी में पानी का बहाव तेज़ था। नदी के इस पार महिला को अस्पताल ले जाने के लिए वाहन लगी हुई थी, लेकिन परिजन नदी में पानी के तेज़ बहाव का कम होने का इंतजार कर रहे थे। घंटों बाद जब नदी बहाव कम हुई तब उसे अस्पताल पहुंचाया गया। अब सवाल यह उठता है की आखिर इस आधुनिक युग में भी लोग घुट घुट कर जी रहें हैं, तो इसका जिम्मेवार कौन है। आखिर इन गांव वालों का क्या कसूर है ग्रामीणों का कहना है की जब तेज बारिश होती है तो यह गांव टापू बन जाता है। यह एक मात्र मार्ग है जो प्रखंड मुख्यालय को जोड़ती है। ग्रामीणों ने बताया की प्...