उत्तरकाशी, मार्च 22 -- अपर यमुना वन प्रभाग बड़कोट के वन विश्राम भवन परिसर में विश्व ग्लेशियर दिवस व विश्व वन दिवस के अवसर पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर जलवायु परिवर्तन, बढ़ते प्रदूषण और अनियंत्रित मानवीय गतिविधियों के कारण ग्लेशियरों पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभावों पर मंथन हुआ। गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विनोद कुमार ने ग्लेशियरों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि ग्लेशियर पृथ्वी के जल चक्र के अभिन्न अंग हैं और इनके पिघलने से न केवल जल संकट बढ़ रहा है, बल्कि पारिस्थितिकी तंत्र पर भी गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने जलवायु परिवर्तन, बढ़ते प्रदूषण और अनियंत्रित मानवीय गतिविधियों के कारण ग्लेशियरों पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभावों की जानकारी दी और इनके संरक्षण के लिए विभिन्न उपाय सुझाए। महाव...