ग्रेटर नोएडा, अक्टूबर 2 -- ग्रेटर नोएडा में स्थित बिसरख गांव को दशानन रावण की जन्मस्थली माना जाता है। इस गांव में रावण की पूजा होती है और यहां पर दशहरे पर उसके पुतले का दहन नहीं किया जाता और गांव में रामलीला का मंचन भी नहीं होता। बिसरख गांव में रावण का एक मंदिर भी है। मंदिर के महंत ने बताया कि रावण के पिता ऋषि विश्रवा द्वारा स्थापित अष्टकोणीय शिवलिंग यहां पर मौजूद है। मान्यता है कि रावण और उनके भाई कुबेर इस शिवलिंग की पूजा करते थे। रावण ने भगवान शिव की तपस्या करते हुए इसी शिवलिंग पर अपने सिर को अर्पित किए थे, जिसके बाद भगवान शिव ने उन्हें 10 सिर का वरदान दिया था। गांव के अन्य लोग बताते हैं कि दूर-दूर से लोग भगवान शिव और बाबा रावण से वरदान मांगने के लिए यहां आते हैं। ग्रामीणों के अनुसार किसी भी व्यक्ति ने जब पुरानी परंपरा को तोड़कर रामलीला...