नई दिल्ली, अक्टूबर 7 -- दिवाली का त्योहार नजदीक है और इस बार दिल्ली में पटाखे जलाने को लेकर फिर एक बार बहस शुरू हो गई है। दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार विकल्प के तौर पर ग्रीन पटाखों को जलाने की परमिशन दे सकती है। इसकी मंजूरी लेने के लिए सरकार सुप्रीम कोर्ट तक जाएगी, लेकिन लगता है रेखा सरकार के इस ग्रीन पटाखे वाले फैसले से पर्यावरण विशेषज्ञ ही साथ नहीं हैं। एक्सपर्ट्स ने ग्रीन पटाखों के लिए सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी लेने के दिल्ली सरकार के फैसले की तीखी आलोचना की है। उन्होंने इस निर्णय में कई विरोधाभास बताए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि तथाकथित "ग्रीन क्रैकर्स" का विचार ही एक विरोधाभास है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों के लिए यह पता लगाना नामुमकिन होगा कि कौन ग्रीन पटाखे जला रहा है और कौन नहीं। उन्होंने कहा कि यह फैसला पत्ते जलाने जैसी साधारण चीज...