सहरसा, अगस्त 27 -- सौरबाजार संवाद सूत्र। प्रखंड क्षेत्र के रौता खेम ग्राम में एक बैठक बुलाई गई, जिसमें रौता, बथनहा, परास, हनुमान नगर चकला, दमगरी, सुहत, भेलवा के ग्रामीणों ने एक स्वर में सरकार के भूमि अधिग्रहण के फैसले का कड़ा विरोध किया। ग्रामीणों का कहना है कि पहले ही सरकार ने ग्रिड परियोजना के लिए गांव की उपजाऊ ज़मीन ले ली और ग्रीनफील्ड सिक्स लेन की सड़क जो गांव होकर गुजरेगी उसमें किसानों का 250-300 एकड़ जमीन जाने की संभावना है। जिससे यहाँ के किसान संकट और विपदा में है। अब अगर 1000 बीघा से अधिक भूमि को औद्योगिक क्षेत्र के नाम पर अधिग्रहित किया गया, तो पूरा गांव भूमिहीन और बेघर हो जाएगा। बैठक में लोगों ने कहा कि हम किसी भी हालत में अपनी ज़मीन नहीं देंगे। जमीन हमारी जीवनरेखा है। खेती और घर छीन लिया गया तो हम जी कर क्या करेंगे।बैठक में उपस...