बस्ती, सितम्बर 25 -- बस्ती। विकासखंड कुदरहा में मनरेगा योजना गरीब मजदूरों का सहारा बनने के बजाय भ्रष्टाचारियों की कमाई का जरिया बन गई है। ग्राम पंचायत डेलहवा की ग्राम प्रधान पर आरोप है कि बिना काम कराए मजदूरों के खाते में मजदूरी की रकम भेजी जाती है। फिर दबाव बनाकर पैसा निकलवा लिया जाता है। पैसा नहीं देने पर मजदूरों को फर्जी मुकदमों में फंसाने की धमकी दी जा रही है। इस तरह सरकारी धन का बंदरबांट किया जा रहा है। डेलहवा निवासी रोहित ने खंड विकास अधिकारी आलोक कुमार पंकज को प्रार्थना-पत्र देकर बताया कि उसकी पत्नी ज्योति के नाम से मनरेगा जॉबकार्ड है, लेकिन उसने कभी मजदूरी नहीं की। इसके बावजूद ग्राम प्रधान ने कर्मचारियों की मिलीभगत से ज्योति के नाम पर फर्जी हाजिरी लगाकर उसके खाते में 4000 रुपये मजदूरी भेज दी गई। उन्होंने बताया कि खाते में पैसा आने...