बागपत, जुलाई 11 -- ग्राम पंचायतों में लगे वाटर कूलरों के घोटाले की जांच लगभग पूरी हो चुकी हैं। परियोजना निदेशक राहुल वर्मा की जांच में इन वाटर कूलरों की कीमत 40 से 50 हजार रुपए तक आंकी गई है। जबकि ग्राम पंचायतों में वाटर कूलरों के नाम पर 1.5 से 2 लाख तक के बिल निकाले जा चुके हैं। मई माह ओढ़ापुर गांव में वाटर कूलरों जांच में भ्रष्टाचार की परते खुलने के बाद डीएम ने सभी ग्राम पंचायतों में लगे वाटर कूलरों की जांच के आदेश दिए थे। जिसमें जांच अधिकारी परियोजना निदेशक राहुल वर्मा को बनाया गया था। अब यह जांच लगभग पूरी हो चुकी है, जिस पर डीएम की मोहर लगनी बाकी है। जांच अधिकारी परियोजना निदेशक राहुल वर्मा के मुताबिक जांच के दौरान स्थानीय लोगों, अन्य ठेकदारों और अंत में वाटर कूलरों के थोक दुकानदारों से जानकारी लेकर कीमत का आंकलन किया गया है। इस दौरान ...