मिर्जापुर, अप्रैल 18 -- जिगना, हिंदुस्तान संवाद । सेक्रेटरी साहिबा बीते छह माह से मजदूरी के नाम पर फूटी कौड़ी नहीं मिली। अब तो परिवार भुखमरी के कगार पर पहुँच गया है। मनरेगा मजदूरों यह दर्द शुक्रवार को क्षेत्र के बिहसड़ा कला गाँव की चौपाल में छलका। देवी,सरोजा,रबिता,सुशीला आदि मनरेगा मजदूरों ने हाथ खड़े करते हुए कहा कि यही हाल रहा तो अब मनरेगा योजना में काम नहीं करना है। मीरा देवी ने बताया कि पति की मौत के बाद बच्चों के साथ जर्जर कच्चे झोपड़े में मौसम की मार झेल रहे हैं। संध्या देवी ने बताया कि राशनकार्ड की मांग अरसे से अनसुना किया जा रहा है। सेक्रेटरी सौम्या सिंह ने मांगों को सूचीबद्ध किया। आवास व शौचालय के लिए आनलाइन आवेदन करने की सलाह दी। मनोरमा,कंचन,मीरा आदि महिलाओं ने आवास व शौचालय की मांग रखी। लेखपाल कृष्ण चंद्र ने बताया कि अब तक 53 फ...
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