बांका, अक्टूबर 15 -- बांका, निज संवाददाता। बांका जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। कई पंचायतों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं उपस्वास्थ्य उपकेंद्र तो बना दिए गए हैं, लेकिन उनमें आज तक डॉक्टरों की तैनाती नहीं हो सकी है। नतीजतन ग्रामीणों को छोटी-छोटी बीमारियों के इलाज के लिए भी प्रखंड मुख्यालय या जिला अस्पताल का रुख करना पड़ता है। ग्रामीणों का कहना है कि भवन निर्माण तो वर्षों पहले हो गया, परंतु वहां न तो नियमित डॉक्टर हैं और न ही नर्स या अन्य चिकित्सा कर्मी। अधिकांश केंद्रों में दवाइयों की भारी कमी है, वहीं कई जगह भवन जर्जर होकर उपयोग के लायक नहीं रह गए हैं। इससे मरीजों को निजी क्लीनिक या झोला छाप डॉक्टरों पर निर्भर रहना पड़ता है, जो अक्सर अधिक शुल्क वसूलते हैं। बांका के धोरैया, बाराहाट, ...