भागलपुर, जून 11 -- भागलपुर, वरीय संवाददाता। बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की जांच रिपोर्ट अब 48 घंटे नहीं, बल्कि 21 घंटे में ही मिल जाएगी। इसको लेकर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (पीएचईडी) ने लैब को अपडेट करने का निर्णय लिया है। विभाग ने लैब के अपडेशन के लिए 13.38 करोड़ रुपये जारी किए हैं। इससे प्रदेश के 38 जिला और 75 अवर प्रमंडलीय प्रयोगशालाओं में नई मशीनें लगेंगी। इन प्रयोगशालाओं (लैब) में एमएफटी (मेंबरेन फिल्टरेशन टेक्निक) से दूषित जल की जांच होगी। पीएचईडी के अभियंताओं ने बताया कि अब तक एमपीएन (मोस्ट प्रोबेबल नंबर) टेक्निक से प्रयोगशालाओं में पानी की जांच होती थी। लेकिन अब एमएफटी से जांच होगी। इस तकनीक का सर्वाधिक फायदा भागलपुर समेत पूर्वी बिहार, कोसी व सीमांचल क्षेत्र के जिलों को होगा। क्योंकि इस क्षेत्र के अधिकतर जिले बाढ़ प्रभ...