लखीमपुरखीरी, सितम्बर 21 -- दुधवा टाइगर रिजर्व में संचालित दुधवा टाइगर कंजर्वेशन फाउण्डेशन के अंर्तगत कार्यरत नाजरुन निशा मोटिवेटर को पलिया क्षेत्रांर्तगत बुद्धापुरवा गांव में संजय के घर में सर्प होने की सूचना मिली। नाजरुन निशा द्वारा तत्काल मौके पर पहुंचकर सफलता पूवर्क पर सर्प को पकड़कर सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया गया तथा पकड़े गए सांप की पहचान चेकर्ड कीलबैक के रुप में की गई। चेकर्ड कीलबैक जिसे ग्रामीण स्तर पर ढोरिया सांप भी कहते हैं। यह भारत में पाया जाने वाला एक एशियाई, विषहीन, अर्ध-जलीय सांप है जो झीलों, नदियों, तालाबों और धान के खेतों के आसपास रहता है। इसके शरीर पर चौकोर काले धब्बे होते हैं, जो इसे इसका नाम देते हैं, यह प्रजाति वन्यजीव (संरक्षण] अधिनियम 1972 के तहत संरक्षित है। यह मध्यम आकार का चमकदार दिखने वाला सांप है जिसके शरीर पर शल्...