सासाराम, जुलाई 22 -- रोहतास, एक संवाददाता शिक्षा और उज्ज्वल भविष्य के सपने देखने वाली युवा पीढ़ी नशे की गर्त में डूबने लगे तो यह समाज के लिए एक गंभीर चिंताजनक स्थिति बन जाती है। रोहतास प्रखंड के ग्रामीण इलाकों में सूखे नशे का प्रचलन काफी तेजी से बढ़ा है। जिसके कारण युवाओं का जीवन धीरे-धीरे अंधकार में धकेला जा रहा है। इसका प्रमुख कारण यह है कि नशीले पदार्थों का आसानी से उपलब्ध हो जाना बताया जा रहा है। जिससे युवा पीढ़ी आकर्षित होकर नशे की चंगुल में फंस जाती है। बिहार में शराबबंदी के लागू हुए करीब आठ साल हो गए हैं। इन आठ वर्षों में जहां शराब पर पाबंदी रही, वहीं प्रखंड में सूखे नशा का चलन तेजी से बढ़ा है। शराब के शौकीन को शराब नहीं मिलने पर वे नशे के लिये कई वैकल्पिक चीजों का इस्तेमाल कर रहे हैं। जिनमें दवा के रूप में प्रयोग होने वाली कोडिन य...