विकासनगर, मार्च 27 -- मल्टीपल एक्शन ग्रुप फॉर इंटीग्रेटेड रूरल डेवलपमेंट सोसाइटी धर्मावाला की ओर से माख्टी पोखरी में चलाए जा रहे सगंध पौध उत्पादन प्रशिक्षण शिविर का गुरुवार को समापन हुआ। एक सप्ताह तक चले शिविर में ग्रामीणों को गुलमेहंदी की खेती करने का प्रशिक्षण देने के साथ ही पौधे रोपे गए। चकराता वन प्रभाग के सौजन्य से संचालित प्रशिक्षण शिविर में क्यावा, नगऊ, माख्टी के ग्रामीणों ने प्रतिभाग किया। मास्टर ट्रेनर दिनेश तोमर ने बताया कि गुलमेहंदी की खेती ठंडी जलवायु वाले क्षेत्रों में की जाती है। बताया कि गुलमेहंदी के फूल सर्दी और बसंत ऋतु में खिलते हैं। इस पौधे का उपयोग सूप, स्टाज, रोस्ट, स्टाफिंग और सॉस आदि चीजों में फ्लेवर देने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके साथ ही इस पौधे का उपयोग कई औषधियों में भी किया जाता है। स्वरोगार के लिए गुलमे...