बांका, अप्रैल 17 -- बांका, कार्यालय संवाददाता। बांका जिला मुख्यालय से मात्र 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गौरीपुर गांव आज़ादी के 77 वर्षों बाद भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। बांका सदर प्रखंड के दोमुहान पंचायत अंतर्गत यह गांव आज भी साफ-सुथरे और शुद्ध पेयजल की सुविधा से महरूम है। आधुनिक युग में जहां सरकारें 'हर घर जल और 'स्वच्छ भारत जैसे अभियानों पर करोड़ों खर्च कर रही हैं, वहीं गौरीपुर के ग्रामीण आज भी नदी की रेत खोदकर बनी चूहाड़ी से पानी निकालकर पीने को मजबूर हैं। आज़ादी के 77 साल बाद भी यदि एक गांव के लोग पीने के पानी के लिए नदी की रेत में गड्ढा खोदने को मजबूर हों, तो यह विकास के तमाम दावों पर एक करारा तमाचा है। यह सिर्फ गौरीपुर की कहानी नहीं, देश के हजारों ऐसे गांवों की सच्चाई है जो अब भी बुनियादी सुविधाओं से कोसों दूर हैं। सरकार, प्रशा...