वाराणसी, मार्च 6 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। महाशिवरात्रि पर शिव-पार्वती विवाह के बाद गौरा के गौना का उत्सव सात मार्च को हल्दी की रस्म से आरंभ हो जाएगा। टेढ़ीनीम स्थित विश्वनाथ मंदिर के पूर्व मंहत के आवास पर गौरा को कामख्या से भेजी गई हल्दी लगाई जाएगी। यह लोकाचार साधु-संतों की मौजूदगी में काशीवासियों द्वारा पूरा किया जाएगा। पूर्व महंत स्व. डॉ. कुलपति तिवारी के पुत्र पं. वाचस्पति तिवारी ने बताया कि सात मार्च को ब्रह्म मुहूर्त में गौरा की चलप्रतिमा का 11 वैदिक ब्रह्मणों द्वारा विशेष पूजन किया जाएगा। दोपहर में भोग आरती के बाद प्रतिमा का विशेष शृंगार किया जाएगा। 10 मार्च रंगभरी एकादशी काशीवासियों द्वारा बाबा की पालकी (गौना यात्रा) विश्वनाथ मंदिर ले जाने तक यह उत्सव जारी रहेगा। हल्दी की रस्म के लिए गवनिहारों की टोली संध्या बेला में पूर्व महंत...