रांची, मार्च 30 -- रांची, विशेष संवाददाता। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय (डीएसपीएमयू) में प्रज्ञा प्रवाह की दो दिवसीय वार्षिक योजना बैठक रविवार को शुरू हुई। इसमें उत्तर-पूर्व क्षेत्र (बिहार-झारखंड) के अलग-अलग जिलों से आए करीब सौ पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को प्रज्ञा प्रवाह के अखिल भारतीय सह संयोजक श्रीकांत काटघरे और क्षेत्र संयोजक देवव्रत प्रसाद ने संबोधित किया। श्रीकांत काटघरे ने कहा कि प्रज्ञा प्रवाह का मुख्य उद्देश्य भारत की गौरवशाली विचार परंपरा और उज्ज्वल संस्कृति की पुनर्स्थापना करना है। प्रज्ञा प्रवाह भारतीय इतिहास और सांस्कृतिक उत्थान के अनगिनत योद्धाओं को वैचारिक सामग्री प्रदान करने का लक्ष्य लेकर चलने वाली संस्था है। इस विचार परंपरा में विशेष रूप से इस बिंदु पर चिंतन किया जाता है कि हमारी अस्मिता को कैसे विद्रूपित किय...