बागेश्वर, मई 3 -- बागेश्वर, संवाददाता जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने कहा कि गोसदन केवल आश्रय स्थल नहीं है, बल्कि इससे सामाजिक दायित्व का भी प्रतीक है। उन्होंने गाम्य गोसेवक व गोसदन योजना को एक अच्छी पहल बताया। इससे पहले से भी अधिक मजबूत करने की बात की। यह बात उन्होंने शनिवार को जिला कार्यालय सभागार में पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक में कही। बैठक में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. योगेश चंद्र भारद्वाज ने बताया कि वर्तमान में जनपद में तीन पंजीकृत गोसदन संचालित हैं, जिनमें कुल 254 निराश्रित पशुओं की देखरेख की जा रही है। मनकोट व जैसर में नए गोसदनों के निर्माण के प्रस्ताव प्रक्रियाधीन हैं। दो अन्य स्थानों पर गोसदन खोलने के प्रस्ताव भी प्राप्त हुए हैं। इसके अतिरिक्त, ग्राम्य गोसेवक-गोसदन योजना के तहत सात आवेदन प्राप्त हुए हैं। जिलाधिकारी ने गोसंरक्...