नई दिल्ली, अक्टूबर 22 -- हिन्दू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन पर्व मनाया जाता है। इसमें विशेष रूप से गोवर्धन पर्व पर मंदिरों में भगवान गिरिराज (श्री कृष्ण) को अन्नकूट भोग सुबह से दोपहर तक के बीच लगाया जाता है। इसके अलावा घरों में किया जाने वाला पारम्परिक गोवर्धन पूजन संध्याकाल में किया जाता है। ज्योतिषों के अनुसार गोवर्धन पूजन के कई शुभ समय है। संध्याकाल : सामान्य जन के लिए घर पर पूजन का समय शाम 3.45 मिनट से 05 बजे तक और शाम 7 बजे से 8 बजकर 15 मिनट तक स्थिर लग्न और शुभ चौघड़िया में श्रेष्ठ है। ज्योतिषचार्य विभोर इंदूसुत के अनुसार कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा तिथि 21 अक्टूबर की शाम 5:54 बजे से शुरू होकर 22 अक्टूबर की रात 8 बजकर 16 मिनट तक , लेकिन प्रातःकाल से संध्याकाल तक मुख्य रूप से प्रतिपदा 22 अक्टूबर क...