गोरखपुर, जुलाई 16 -- चिंताजनक 160 से करीब सरकारी सामान्य प्रसव केंद्र हैं जिले में - स्वास्थ्य विभाग की मई की रिपोर्ट में हुआ खुलासा - सरकारी अस्पतालों की अपेक्षा निजी अस्पतालों पर बढ़ रहा भरोसा - निजी अस्पतालों में सरकारी की अपेक्षा करीब दो गुनी हो रही डिलीवरी - आशा भी गर्भवतियों को ले जाती निजी अस्पताल - देवरिया कुशीनगर और महाराजगंज में सरकारी अस्पतालों पर भरोसा कायम गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता जिले के सरकारी अस्पतालों से गर्भवतियों का मोह भंग हो रहा है। सरकारी अस्पताल की बजाय वे निजी चिकित्सा केन्द्रों पर प्रसव को तरजीह दे रहीं हैं। इसके कारण जिले के निजी अस्पतालों में प्रसव का ग्राफ बढ़ रहा है। जबकि मंडल के दूसरे जिलों में तस्वीर जुदा है। मंडल के देवरिया, कुशीनगर और महाराजगंज में निजी अस्पतालों की अपेक्षा सरकारी अस्पतालों पर महिलाओं को ...