लखनऊ, जुलाई 25 -- गाय के गोमूत्र से जैविक रंग और गोबर से नैनो सेलिलोस निकालकर प्लास्टिक का विकल्प तैयार किया जा सकता है। यह दावा है दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज की सहायक प्राध्यापिका डॉ. शुचि वर्मा का। इंदिरा भवन स्थित उत्तर प्रदेश गो सेवा आयोग के सभागार में शुक्रवार को गो विज्ञान एवं अनुसंधान पर आयोजित विशेष व्याख्यान में डॉ शुचि वर्मा ने बताया कि गाय अब केवल पूज्य नहीं, वैज्ञानिक शक्ति का स्रोत है। उन्होंने स्वयं किए गए अनुसंधान का हवाला देते हुए बताया कि गोमूत्र से स्याही (ब्लू पिग्मेट) बन सकता है और इससे जैविक रंग तैयार किए जा सकते हैं। इसे हम कागज पर लिखने के काम में भी ला सकते हैं और कपड़ो को रंगने में भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इसके पेटेंट के आवेदन किया है। डॉ शुचि ने बताया कि गाय के गोबर का शोधन करन...
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