लखनऊ, अक्टूबर 12 -- गोमती नदी को प्रदूषण से मुक्त के लिए शहर के कुल 33 में से 26 नालों के गंदे पानी को सफलतापूर्वक गोमती में गिरने से रोक दिया गया है। यह काम लगातार निरीक्षण और तकनीकी निगरानी के तहत किया गया है। अब शेष 7 नालों के लिए एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) तैयार किए जा रहे हैं, ताकि आने वाले महीनों में गोमती पूरी तरह प्रदूषण मुक्त हो सके। गोमती की सफाई को लेकर पहले कई योजनाएं बनीं, लेकिन हाल के महीनों में प्रशासन ने इस दिशा में ठोस कदम उठाए हैं। राज्य स्वच्छ गंगा मिशन की समीक्षा बैठक में यह खुलासा हुआ कि शहर के 33 में से 26 नालों को टैप कर दिया गया है, यानी अब इनका गंदा पानी सीधे नदी में नहीं गिर रहा।

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