नई दिल्ली, फरवरी 15 -- गोण्डा। महिलाओं पर अत्याचार व उनके विरुद्ध होने वाले अपराधों पर नियंत्रण के लिए कई कवायदें चल रही हैं। इसी मंशा के तहत पुलिस में भी महिलाओं की भागीदारी बढ़ाई गई है। हर थाने पर महिला दरोगाओं के साथ ही आरक्षियों की भी तैनाती की गई है। महिला आरक्षियों को महिला बीट अधिकारी तक की जिम्मेदारी सौंपी गई है, इसके बावजूद भी महिलाओं के विरुद्ध अपराध बदस्तूर जारी है। अपहरण से लेकर बलात्कार तक की घटनाएं हो रहीं हैं। युवतियों के साथ ही नाबालिग बच्चियों तक का अपहरण हो रहा है। सबसे ज्यादा घटनाएं युवतियों व नाबालिग बच्चियों को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने का मामला सामने आता है। जिसमें कई मामले लोकलाज के कारण थाने तक नहीं पहुंचते तो कई मामले थाने पर पहुंचने के बाद भी दबाव में दबा दिए जाते हैं। कभी-कभी तो दब जाने वाले मामले बाद में बड़ी घट...
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