मऊ, जून 20 -- मऊ। जिले में छुट्टा गोवंशीय पशुओं को सुरक्षित करने के लिए 52 पशु आश्रय स्थल संचालित हैं। इसमें दो वृहद गोआश्रय स्थल और 51 अस्थाई गोआश्रय संचालित हैं। जिसमें लगभग चार हजार गोवंश वर्तमान में संरक्षित हैं। इन पशुओं को पड़ रही भीषण गर्मी के साथ शुरु हुई बारिश में बचाव के इंतजाम नाकाफी है। जिलाधिकारी के निर्देश पर गोआश्रय स्थलों पर पशुओं को बारिश से बचाव के इंतजाम में विभागीय महकमा जुटा है। विभागीय अनदेखी व ग्राम प्रधान तथा सचिवों की लापरवाही का खामियाजा पशुओं को उठाना पड़ रहा है। दोहरीघाट संवाद के अनुसार ब्लाक क्षेत्र के पाउस गोशाला में पर्याप्त मात्रा में भूसा, चोकर, गुड़ आदि रखा गया है। लेकिन हरा चारा नहीं मिल रहा है। वहीं भीषण गर्मी और बारिश से बचाव के लिए बने टिनशेड संरक्षित पशुओं के लिए नाकाफी सिद्ध हो रहे हैं। पाऊस गोशाला में...
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