नई दिल्ली, मई 17 -- नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। उत्तर प्रदेश के कानपुर में हाल ही में सामने आए एक मामले ने चिकित्सा जगत में चिंता बढ़ा दी है, जहां बैचलर ऑफ डेंटल की डिग्री वाले ने हेयर ट्रांसप्लांट किया और मरीज की मौत हो गई। डॉक्टरों के संगठनों ने इस पर सख्त नाराजगी जताते हुए मेडिकल काउंसिल से ऐसे फर्जी क्लीनिकों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। डॉक्टरों के संगठन फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (फाइमा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर अक्षय ने कहा कि बड़ी संख्या में गैर पेशेवर लोग हेयर ट्रांसप्लांट और पीआरपी जैसे संवेदनशील इलाज कर रहे हैं। इन पर लगाम लगाने की सख्त जरूरत है। वरिष्ठ त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मनीष जांगड़ा ने बताया कि दिल्ली में भी कई स्थानों पर बिना किसी चिकित्सा योग्यता के लोग स्किन एक्सपर्ट या हेयर ट्रांसप्लांट स्पेशलिस्ट ...