पटना, सितम्बर 26 -- गैर परम्परागत परियोजनाओं से एक समय तक ही बिजली का उत्पादन होगा। बिहार ने गैर परम्परागत परियोजनाओं में बिजली उत्पादन की समय सीमा तय कर दी है। बिहार नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों की संवर्धन नीति-2025 में इसका उल्लेख किया गया है। इस नीति के प्रभावी होने के साथ ही यह तय हो गया है कि परियोजनाओं को लगाने वाली एजेंसियों को इतने समय तक बिजली घरों को चलाना ही होगा। अधिकारियों के अनुसार, राज्य में लगने वाले पवन ऊर्जा को कम से कम 25 वर्षों तक संचालन होगा। रैंकिन चक्र प्रौद्योगिकी के साथ बायोमास विद्युत परियोजनाओं की उपयोगी आयु 25 वर्षों के लिए तय की गई है। गैर-जीवाश्म ईंधन सह उत्पादन परियोजना की उम्र सीमा 25 वर्ष तय की गई है। छोटे-छोटे जल संयंत्र परियोजनाओं से 40 वर्ष तक बिजली उत्पादित होगी। पम्प भंडारण परियोजना से 40 वर्ष तक ब...