बागपत, सितम्बर 7 -- अब गैंगस्टर का रिकार्ड भी डिजिटिलाइज्ड होगा। शासन ने प्रदेश के डीजीपी को इस संबंध में निर्देश दिए हैं। गृह विभाग के सचिव मोहित गुप्ता ने तीन बिन्दुओं पर रिकार्ड भी तलब किया है। पूछा है कि क्या डीएम कार्यालय में डिजिटिलाइजेशन की क्या व्यवस्था है। यूपी पुलिस ने पूर्व में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) बेस्ड टूल चैट जीपीटी की तर्ज पर क्राइम जीपीटी तैयार किया था। इसमें 9.32 लाख से ज्यादा अपराधियों की 'कुंडली एक क्लिक पर उपलब्ध है। पूर्व में त्रिनेत्र 2.0 एप को भी लांच किया जा चुका है। इसके लिए अपराधियों की क्राइम हिस्ट्री, एफआईआर डिटेल, इंटेरोगेशन रिपोर्ट, ऑडियो, फोटोग्राफ, इनाम, जेल इन, जेल आउट डिटेल, सीजर डिटेल को डिजिटाइज्ड किया जा चुका है। अब उत्तर प्रदेश गिरोहबंद एवं असामाजिक गतिविधियां निवारण अधिनियम (गैंगस्टर) का रिकार्...