औरैया, अक्टूबर 27 -- औरैया, संवाददाता। सूर्योपासना और लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा रविवार को खरना के साथ आगे बढ़ा। शनिवार को नहाय-खाय के साथ व्रत की शुरुआत हुई थी, जबकि रविवार को गेल गांव में श्रद्धा और भक्ति के साथ खरना की रस्म पूरी की गई। पूर्वांचल और बिहार मूल के परिवारों के साथ स्थानीय लोगों में भी पर्व का उल्लास देखने को मिला। गेल गांव में गूंजे छठ के गीत दिबियापुर के गेल गांव में दिनभर छठ मइया के गीत गूंजते रहे। व्रती महिलाओं ने घरों में साफ-सफाई कर मिट्टी के चूल्हे पर गुड़ की खीर, पूड़ी और केला का प्रसाद तैयार किया। खरना के अवसर पर छठ मइया को भोग लगाने के बाद सबसे पहले व्रती महिलाओं ने प्रसाद ग्रहण किया। इसके बाद परिवार और आस-पड़ोस के लोगों में प्रसाद बांटा गया। खरना का महत्व और परंपरा खरना का अर्थ शुद्धिकरण माना जाता है। इस दिन व्रती ...