बिहारशरीफ, मार्च 8 -- संकुल संघ को बैंक की तरह बना रही हैं सशक्तीकरण का आधार गृहिणी से नारी शक्ति संकुल संघ की अध्यक्ष बनीं सुलोचना संकुल संघ को बैंक की तरह बना रही हैं सशक्तिकरण का आधार फोटो : सुलोचना कुमारी (प्रोफाइल फोटो) बिहारशरीफ, हमारे संवाददाता। राजगीर के लखुवार गांव की सुलोचना कुमारी की कहानी हर उस महिला को प्रेरित करती है जो चुनौतियों से पार पाकर अपनी पहचान बनाना चाहती है। 2009 में जीविका से जुड़कर सुलोचना ने 15 साल में एक नई नवेली दुल्हन से लेकर नारी शक्ति स्वावलंबी सहकारी समिति लिमिटेड की अध्यक्ष तक का सफर तय किया। आज वह 407 स्वयं सहायता समूहों और 29 ग्राम संगठनों के साथ 4,000 ग्रामीण परिवारों की जिंदगी संवार रही हैं। शादी के बाद ससुराल आई सुलोचना के लिए बाहर निकलना आसान नहीं था। ससुराल वालों को मनाने में मुश्किलें आईं, लेकिन प...