अलीगढ़, जुलाई 9 -- अलीगढ़। वरिष्ठ संवाददाता। गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर, खेल जगत में ऐसे कई गुरु-शिष्य संबंध रहे हैं जिन्होंने अपने-अपने शिष्यों को सफलता की बुलंदियों तक पहुंचाया है। यह दिन गुरुओं के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने का है, जिन्होंने अपने शिष्यों को न केवल खेल में बल्कि जीवन में भी सही मार्ग दिखाया। इस अवसर पर, आइए कुछ ऐसे ही गुरु-शिष्य जोड़ियों पर प्रकाश डालें। जिन्होंने खेल में अपने-अपने शिष्यों को उत्कृष्ट प्रदर्शन करने और महानता हासिल करने में मदद की। मसूद अमीनी: खुद खेलते-खेलते बने गुरू, रिंकू को सिखाया क्रिकेट का ककहरा अलीगढ़। क्रिकेटर रिंकू सिंह खेल जगत का उभरता हुआ सितारा बन चुके हैं। आईपीएल की यादगार पारियां खेलकर वह अपने प्रशंसकों के दिल में जगह बना चुके हैं। रिंकू को क्रिकेट का ककहरा सिखाने वाले दोदपुर पा...