चित्रकूट, जून 3 -- चित्रकूट, संवाददाता। केन्द्रीय राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ आयुष मंत्रालय की ओर से गुरु शिष्य परंपरा में आयुर्वेद चिकित्सा के विशेष शिक्षण एवं प्रशिक्षण को भेजे गए तीन आयुर्वेद चिकित्सक शिष्य पहले ही आयुष ग्राम चिकित्सालय में पहुंच चुके है। चौथी शिष्य डा रितिका सैनी भी अब पहंुची है। जिनको आचार्य डा मदनगोपाल वाजपेयी ने आयुर्वेद शिष्योपनयन संस्कार कराया। औपचारिक रूप से गुरु शिष्य परंपरा से जुड़कर डा. रितिका सैनी ने आयुर्वेद साधना का संकल्प लिया। इसके साथ ही एक शास्त्र अनुशासित जीवन की ओर बढ़ने और ज्ञान, तप, साधना व श्रम से विश्व को लाभान्वित करने का वचन लिया। डा मदनगोपाल वाजपेयी ने कहा कि यह कार्यक्रम न केवल गुरु-शिष्य परंपरा की पुन: प्रतिष्ठा का प्रतीक है, बल्कि आयुर्वेद को समर्पित भावी आचार्यों की पीढ़ी के निर्माण की दिशा ...