वाराणसी, जुलाई 10 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। कला प्रकाश की ओर से अस्सी स्थित होटल गैंजेस व्यू में गुरु पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर गुरु शिष्य परम्परा को समर्पित सांगीतिक कार्यक्रम 'अद्वैत का आयोजन किया गया। जम्मू के कलाकार विजय साम्ब्याल तथा उनकी शिष्या रिद्धिमा वाजपेयी ने एक ही मंच से बारी-बारी सुर गंगा का प्रवाह किया। गायन की शुरुआत रिद्धिमा ने राग यमन में विलंबित लय में ख्याल गायन से किया। 'भज हरि नाम बंदिश के बाद इसी राग में तीनताल एवं द्रुत झपताल में बंदिशों की प्रस्तुति दी। कबीर भजन 'हंस ये पिंजरा नहीं तेरा से रिद्धिमा ने अपनी प्रस्तुति को विराम दिया। इसके बाद उनके गुरु विजय साम्ब्याल ने राग मालकौंस में विलम्बित ख्याल 'काहे करत गुमान की सुमधुर प्रस्तुति से आनंदित किया। इसी राग में द्रुत ख्याल 'चंद्र की चांदनी तथा 'नंद के खिलाड़ी प...