नई दिल्ली, अक्टूबर 31 -- गुरु इस साल अतिचारी चाल से चल रहे हैं। अब नवंबर में गुरु वक्री होने वाले हैं और मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। ज्योतिष में गुरु की जरा सी भी हलचल कई राशियों को प्रभावित करती है। फिलहाल गुरु कर्क राशि में चल रहे हैं। अब वक्री होते हुए ये मिथुन राशि में आएंगे। गुरु नवंबर को वक्री होंगे। इसका गोचर दिसंबर 2025 में 4 दिसंबर 2025 तक कर्क राशि में रहेगा और फिर 5 दिसंबर 2025 को गुरु वक्री होकर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। ज्योतिर्विद पंडित दिवाकर त्रिपाठी केअनुसार कर्क राशि में ही बृहस्पति वक्री होकर दिसंबर में वक्र गति से मिथुन राशि में पुनः प्रवेश करेगा। 18 अक्टूबर से पूर्व भी बृहस्पति का गोचर मिथुन राशि में हो रहा था। पुनः मिथुन राशि में वक्री प्रवेश कर अपना व्यापक प्रभाव स्थापित करेगा। जिसका चराचर जगत सहित सभी राशियों...