लखनऊ, जुलाई 9 -- लखनऊ, कार्यालय संवाददाता सदियों से संगीत कला के क्षेत्र में गुरु-शिष्य परम्परा का विशेष महत्व रहा है। इसी कड़ी में बुधवार को गजल गायक उस्ताद युगान्तर सिन्दूर ने प्रयागराज निवासी अपनी वरिष्ठ शिष्या हेमा दीक्षित की गन्डा-बन्धन रस्म गोमती नगर स्थित घर में पूरी की। हेमा विगत 30 वर्षों से उपशास्त्रीय गायन के अन्तर्गत पारम्परिक गजल गायकी की शिक्षा युगान्तर सिन्दूर से ले रही हैं। आकाशवाणी, दूरदर्शन की वरिष्ठ गायिका होने के साथ ही हेमा ने देश के अतिरिक्त लंदन, पेरिस, स्वीटजरलैंड, रोम, ऑस्ट्रिया, हॉलैंड, न्यूजीलैंड, रूस, उज्बेकिस्तान एवं चीन सहित अनेक देशों में अपनी संगीत प्रस्तुतियां दी हैं। गुरु-शिष्य परम्परा का निर्वाह करते हुए युगान्तर सिन्दूर ने देश-विदेश में प्रतिभाशाली शिष्यों की एक लम्बी श्रृंखला खड़ी की है। इस कड़ी में प्...